Saturday, September 25, 2010

खिलाड़ियों के ठहरने के इंतजाम को लेकर आलोचना झेल रही दिल्ली
कॉमनवेल्थ गेम्स की ऑर्गनाइजिंग कमिटी को राहत देते हुए पाकि स्तानी हॉकी स्टार रेहान बट ने कहा है कि दिक्कतें मैनचेस्टर और मेलबर्न में भी थी, लेकिन किसी ने उन पर उंगली नहीं उठाई। उन्होंने भारत में सिक्युरिटी को लेकर चिंताओं को भी खारिज किया। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान बट ने लाहौर से बातचीत में कहा, 'हम किसी मेजबान पर उंगली नहीं उठाना चाहते लेकिन मुझे लगता है कि दिल्ली में गेम्स विलेज की हालत को लेकर तिल का ताड़ बनाया जा रहा है। मैनचेस्टर में 2002 कॉमनवेल्थ गेम्स में हमें यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में ठहराया गया था और एक कमरे में कई खिलाड़ी थे। लेकिन हमने कोई ऐतराज नहीं किया।'
दिल्ली में गेम्स विलेज को रहने लायक नहीं बताकर कई देशों ने अपनी टीम की रवानगी टाल दी है। सुरक्षा चिंताओं को जरूरी बताते हुए बट ने कहा कि पाकिस्तान को ऐसी कोई परेशानी नहीं है और वे भारत का पूरा समर्थन करके अमन का पैगाम देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हमें सुरक्षा संबंधी कोई चिंता नहीं है। हम गेम्स में जरूर भाग लेंगे और अमन का पैगाम लेकर आएंगे। हम दूसरे देशों को यह संदेश देना चाहते हैं कि जब पाकिस्तान इन गेम्स में भाग लेने आ सकता है तो वे क्यों नहीं? दूसरी टीमें भारत और पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंतित रहती हैं, जो गैरजरूरी है। भारत के पास स्पेनिश कोच और पाकिस्तान के पास डच कोच है। उन्हें तो यहां रहने में कोई दिक्कत नहीं है। यदि हम एक-दूसरे के देश में खेलेंगे नहीं तो यह दहशतगर्दी की जीत होगी।'

दिल्ली में गेम्स विलेज को रहने लायक नहीं बताकर कई देशों ने अपनी टीम की रवानगी टाल दी है। सुरक्षा चिंताओं को जरूरी बताते हुए बट ने कहा कि पाकिस्तान को ऐसी कोई परेशानी नहीं है और वे भारत का पूरा समर्थन करके अमन का पैगाम देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हमें सुरक्षा संबंधी कोई चिंता नहीं है। हम गेम्स में जरूर भाग लेंगे और अमन का पैगाम लेकर आएंगे। हम दूसरे देशों को यह संदेश देना चाहते हैं कि जब पाकिस्तान इन गेम्स में भाग लेने आ सकता है तो वे क्यों नहीं? दूसरी टीमें भारत और पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर हमेशा चिंतित रहती हैं, जो गैरजरूरी है। भारत के पास स्पेनिश कोच और पाकिस्तान के पास डच कोच है। उन्हें तो यहां रहने में कोई दिक्कत नहीं है। यदि हम एक-दूसरे के देश में खेलेंगे नहीं तो यह दहशतगर्दी की जीत होगी।'
जीशान अशरफ की अगुआई वाली पाकिस्तानी हॉकी टीम 29 सितंबर को भारत पहुंचेगी , जिसे 30 सितंबर को साउथ अफ्रीका से प्रैक्टिस मैच खेलना है। फरवरी - मार्च में दिल्ली में हुए वर्ल्ड कप में 12 वें और आखिरी स्थान पर रही पाकिस्तानी टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले हॉलैंड में कड़ा अभ्यास किया है और उसे इस बार पॉडियम फिनिश की उम्मीद है। बट ने कहा , ' हमने यूरोप दौरे पर स्पेन और हॉलैंड से ड्रॉ खेला , जबकि फ्रांस को हराया। इसके बाद एक से 20 सितंबर तक हॉलैंड में अभ्यास किया। इस बार हम वर्ल्ड कप की गलतियों को नहीं दोहराएंगे। '

पाकिस्तान को कॉमनवेल्थ गेम्स में कठिन पूल मिला है , जिसमें मेजबान भारत और वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया भी है। बट ने कहा , ' हमें अच्छे प्रदर्शन का यकीन है। नवंबर में होने वाले एशियाड ज्यादा अहम हैं और कॉमनवेल्थ गेम्स जरिए उसकी तैयारी पुख्ता होगी। ' पाकिस्तानी टीम को वर्ल्ड रेकॉर्डधारी ड्रैग फ्लिकर सोहेल अब्बास और गोलकीपर सलमान अकबर की कमी खलेगी। सोहेल खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर हैं , जबकि सलमान डच लीग में बिजी हैं। हालांकि बट को इनके बिना भी नए खिलाडि़यों के साथ अच्छे प्रदर्शन की उम्मी द है।