Monday, October 11, 2010

रेफरी ने किया विजेंद्र को 'नॉकआउट

नई दिल्ली।। कॉमनवेल्थ गेम्स का 8 वें दिन भारत के लिए अच्छा नहीं रहा। बॉक्सिंग में गोल्ड की झड़ी लगाने
की उम्मीदों को करारा झटका लगा और 7 बॉक्सरों में से 5 तो फाइनल में ही नहीं पहुंच पाए। हालांकि वर्ल्ड के नंबर एक मुक्केबाज विजेंदर और जय भगवान की हार में रेफरी की भी अहम भूमिका रही।

75 किलोग्राम में विजेंदर दूसरे राउंड तक इंग्लैंड के अपने प्रतिद्वंद्वी बॉक्सर से 0-3 से आगे चल रहे थे। लेकिन निर्णायक राउंड रेफरी ने दो बार वॉर्निंग देकर इंग्लैंड के बॉक्सर को 4 पॉइंट दे दिए और विजेंदर एक पॉइंट के अंतर से हार गए। हालांकि, अंतिम राउंड में वॉर्निंग देने से परहेज किया जाता, इसके बावजूद रेफरी का विजेंदर को दो-दो बार वॉर्निंग देने का फैसला सबके समझ से परे रहा।


इससे पहले 60 किलोग्राम में जय भगवान के साथ भी ऐसा ही हुआ। वह शुरू में इंग्लैंड के बॉक्सर थॉमस स्टालकर से 3-1 से आगे चल रहे थे। स्टालकर को कमर से नीचे हिट करने के लिए उन्हें दो बार चेतावनी दी गई, जिससे स्टालकर 4 पॉइंट अतिरिक्त मिला। जय भगवान रेफरी के फैसले से सहमत नहीं थे।

जय भगवान ने कहा , ‘ मुझे लगता है कि पहली बार मैंने उसके हाथ पर हिट किया था , लेकिन रेफरी को साफ नहीं दिखाई दिया कि मेरा पंच कहां लगा था। उन्होंने कहा , ‘ हर हार से एक सबक मिलता है। मैं यहां से जरूर सबक हासिल करूंगा। मैं बाउट की रिकॉर्डिं देखूंगा। ’


49 किलोग्राम में लड़ने वाले अमनदीप रिंग में उतरने वाले पहले भारतीय रहे , लेकिन वह पैडी बार्नेस से मिलने वाली चुनौती का सामना नहीं कर पाए। पंजाब के इस मुक्केबाज ने सीधे पंच लगाकर बार्नेस के डिफेंस को तोड़ने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हो सका। दिलबाग एक अंक से अगले दौर में पहुंचने से चूक गए। उन्हें नॉर्दन आयरलैंड के पैट्रिक गालाघार से रोमांचक बाउट में 4-5 से हार का मुंह देखना पड़ा।