Monday, October 25, 2010

कॉमनवेल्थ घोटाले के तथ्य ऑनलाइन जुटाएगी बीजेपी

बीजेपी ने कॉमनवेल्थ खेलों में हुए घोटालों की निष्पक्ष जांच के लिए संबंधित विभागों के

मंत्रियों से नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देने की मांग की है। इन घोटालों के बारे में लोगों से जानकारी जुटाने के लिए ईमेल और वेबसाइट लॉन्च करने का ऐलान किया है।


तीन मंत्री और सीएम : बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि इन घोटालों के बारे में नित नए खुलासे हो रहे हैं। सीनियर अधिकारी और मंत्री एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। प्रसार भारती के सीईओ लाली ने यह कह कर अपने विभाग की मंत्री अंबिका सोनी पर ही उंगली उठा दी है कि प्रसारण अधिकारों के लिए किए गए भुगतान की सारी जानकारी मंत्री को ही है। मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सुरेश कलमाड़ी पर आरोप लगाए हैं। अन्य मंत्रियों के नाम भी आ रहे हैं। निष्पक्ष जांच के लिए अंबिका सोनी, जयपाल रेड्डी, शीला दीक्षित और एम.एस. गिल को नैतिक आधार पर त्यागपत्र दे देना चाहिए।

वेबसाइट और ई-मेल : बीजेपी के महासचिव विजय गोयल ने बताया कि बीजेपी ने गेम्स में भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी ने cwgghotala@gmail.com नाम से ईमेल सर्विस लॉन्च कर दी है। cwgghotala.com नाम की वेबसाइट जल्द शुरू की जाएगी। जिन लोगों के पास इन घोटालों से जुड़ी जानकारी होगी, वे ऑनलाइन भेज सकेंगे। उनकी शिनाख्त गुप्त रखी जाएगी। यह जानकारी संयुक्त संसदीय कमिटी को जांच के लिए दी जा सकेगी। यदि समिति नहीं बनती तो अभी जांच कर रही एजेंसियों को यह जानकारी दी जा सकेगी।

जांच बनी खिचड़ी : गोयल ने आरोप लगाया कि सीवीसी, सीएजी, सीबीआई, एन्फोर्समेंट विभाग, आयकर विभाग और शुंगलु कमिटी मिल कर छह एजेंसियां हो गईं जो इस संबंध में जांच कर रही हैं। इससे यह जांच पूरी तरह से खिचड़ी हो गई है। इतनी अधिक जांच एजेंसियां होने से छह महीने में तो सभी संबंधित फाइलें भी उनके पास नहीं पहुंचेंगी। इन एजेंसियों के बीच यह भी पता नहीं कि समन्वय कौन करेगा।

जेपीसी बने : गोयल ने कहा कि सरकार बताए कि अपराधी पकड़े जाएंगे या नहीं। यदि पकड़े जाएंगे तो भ्रष्टाचार का पैसा उनसे कैसे वसूला जाएगा। केन्द्र सरकार, दिल्ली सरकार, आयोजन समिति, बड़े-बड़े मंत्री, अधिकारी जांच के घेरे में हैं, जिनसे केवल संयुक्त संसदीय समिति ही सारे तथ्य जुटा सकती है इसलिए जेपीसी का गठन किया जाना चाहिए।