Monday, October 18, 2010

जब 230 रु. बदल गए 14 लाख में, मौज मनाकर फुर्र..!

बेंगलुरू में एक सरकारी क्लर्क को उस वक्त अपनी किस्मत पर भरोसा नहीं हुआ होगा जब उसके बैंक खाते में पड़े 230 रुपए 14.3 लाख में बदल गए। लेकिन यह उसकी किस्मत नहीं बैंक की भूल के कारण हुआ।

कर्नाटक इंश्योरेंस विभाग में कार्यरत अंकेश जीसी ने जब स्टेट बैंक ऑफ मैसूर में खुला अपना बैंक खाता देखा होगा तो शायद ही उसे यकीन हुआ हो। बैंक की भूल से उसके खाते में 14.3 लाख रुपए पहुंच गए थे। अंकेश ने विभिन्न बैंकों के एटीएम से ज्यादातर रकम निकाल भी ली।

हालांकि 29 सितंबर को बैंक को अंकेश के खाते में हुई गड़बड़ी का पता चल गया और उसे पैसे वापस करने संबंधी पत्र भेज दिया गया। अंकेश ने 29 सितंबर को ही 30 हजार रुपए वापस भी कर दिए। उसने फिर 5 अक्टूबर को बैंक को दो लाख रुपए और वापस किए लेकिन अभी उसे 12 लाख रुपए और वापस करने हैं।

स्टेट बैंक ऑफ मैसूर ने इसके बाद 8 अक्टूबर को दोबारा अंकेश को नोटिस भेजा लेकिन अंकेश ने कहा कि उसे कोई पैसा नहीं मिला है। बैंक ने फिलहाल कबोन पार्क पुलिस स्टेशन में अंकेश के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया है। अभी भी आरोपी अंकेश को बैंक को करीब 12 लाख रुपए और वापस करने हैं। अंकेश फिलहाल फरार है और पुलिस उसकी तलाश में लगी है।


इस गड़बड़ी के बारे में बैंक अधिकारियों का कहना है कि बैंक अपने डाटाबेस सॉफ्टवेयर में बदलाव कर रही थी। इस सॉफ्टवेयर अपग्रेड के दौरान ही भूलवश अंकेश के खाते में यह रकम चली गई।