Thursday, October 7, 2010

पेंटागन ने भी माना, ISI दे रहा है आतंकवाद को समर्थन

वॉशिंगटन।। पेंटागन ने आखिरकार स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के कुछ लोग आतंकवादी नेटवर्क को समर्थन दे रहे है

 जिसकी वजह से अमेरिका के नेतृत्व में चल रही आंतकवादी विरोधी युद्ध कमजोर हो रहा है। संभवत : ऐसा पहली बार हुआ है जब पेंटागन ने इस बात को स्वीकार किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकवादी नेटवर्कों के साथ संपर्क हैं और यह अमेरिका के लिए चिंता की बात है। पेंटागन पर अक्सर आरोप लगते रहते हैं कि वह पाकिस्तानी सेना और आईएसआई को बचाने की कोशिश करता है।

पेंटागन के स्पोक्सपर्सन कर्नल डेविड लापान ने कहा कि आईएसआई के कुछ सदस्य आतंकवादी संगठनों के साथ उस तरह से संपर्क बना कर काम कर रहे हैं, जो उस तरह का नहीं है, जैसा सरकार और सेना कर रही है।

लापान से वॉल स्ट्रीट जरनल में छपी खबर के बारे में प्रतिक्रिया पूछी गई थी। इस अखबार की खबर में कहा गया था कि आईएसआई तालिबान पर अफगानिस्तान में नाटो और अमेरिकी सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए कह रही है और उसकी सहायता भी कर रही है।

लापान ने इस बात पर जोर दिया कि आईएसआई स्वयं ऐसा संगठन नहीं है जो आतंकवाद को समर्थन कर रहा है, लेकिन उसके भीतर कुछ ऐसे तत्व मौजूद हैं, जो आतंकवादियों को सहयोग पहुंचा रहे हैं।

अमेरिकी अधिकारियों ने चिंता जताई थी कि क्या आईएसआई के कुछ सदस्य तरीके से आतंकवादियों के साथ संबंध हैं, जो सरकार और सेना की गतिविधियों के संगत नहीं हैं? लापान ने कहा कि पाकिस्तानी सेना के सीनियर ऑफिसर इस समस्या को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन किसी भी बड़े संगठन में परिवर्तन मुश्किल होता है और धीरे-धीरे ही हो पाता है। लापान ने कहा कि आईएसआई प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी इन चिंताओं के बारे में जानते हैं।